ब्लॉगसेतु

परसों (शनिवार की रात) एक चमत्कार हो गया. शाम सात बजे से रात एक बजे तक शीश राम पार्क नामक हमारी कालोनी की बिजली कट गई. कारणों का कोई पता नहीं. मगर रात ग्यारह बजे हमसे अपने बचाव में धारा 302 के तहत एक कत्ल हो गया लेकिन पुलिस ने हमें गिफ्तार नहीं किया. उसने हमारी...
 दोस्तों ! हमें अपनी अधिक से अधिक विचार/रचना हिंदी में लिखनी चाहिए थी. आज हिंदी की इतनी बुरी स्थिति खुद उसको चाहने वालों की वजह से है. हिंदी से प्रेम करें, देश का सम्मान करें. मैंने किसी समूह से एक रचना लेकर उस रचना का अनुवाद हिंदी में किया है. जिसको कवि डॉ. व...
1. भलाई से अगर हो मौत तो जीने से बेहतर है ! बुराई का तो जीना मौत के सदमें से बदतर है !!2. चमन वालों ! अगर तर्जे अमल अपना न बदला तो, चमन बदनाम भी होगा चमन वीरान भी होगा !3.  दौर वह आया है, कातिल की सज़ा कोई नहीं ! हर सज़ा उसके लिए है, जिसकी खता कोई नहीं !!4. आह !...
दोस्तों, गौर कीजिए अर्ज किया है कि :- 1. लहरों को शांत देखकर यह मत समझना कि समुन्द्र में रवानी (तेज) नहीं है ! जब हम उठेंगे तो तूफ़ान बनके उठेंगे, अब तक हमने उठने की ठानी नहीं है !! 2. फ़रिश्ते भी आसमां से अगर उतर आयेंगे ! वो भी सच बोले तो मारे जायेंगे !! 3. ह...
दोस्तों, आज अपनी दिशाहीन और भटकी हुई पत्नी को समर्पित कुछ पंक्तियाँ गौर कीजियेगा. अर्ज है कि :- जब-जब मुझे(१) तुम्हारी जरूरत थी, तब-तब तुम मेरे साथ नहीं थीं. जब-जब तुम्हें(२) मेरी जरूरत थी, तब-तब मैं तुम्हारे साथ(३) था. दुआ है भगवान से जब म...
किसी लेखक ने क्या खूब कहा है. जिंदगी और मौत दोस्तों, 'मौत' शब्द पर एक लेखक ने "आनंद" फिल्म में अभिनेता राजेश खन्ना के माध्यम से कितना कुछ कहा है. इससे आप भली भांति परिचित है. मेरी उनके सामने कोई भी औकात नहीं हैं.मगर मैंने कुछ कहने का प्रयास किया है.गुण-अवगुणों...
  जी हाँ, आपका भी स्वागत है शायरों की महफिल में http://aap-ki-shayari.blogspot.com उपरोक्त ब्लॉग पर आप कोई भी शेर, तुकबंदी, ग़ज़ल और कविता आदि अपनी या संकलन की हुई रचनाएँ प्रकाशित करवाने के लिए भेज सकते है.बस हर रचना भेजते समय इतना ध्यान रखें कि-प्...
 पोस्ट लेवल : सिरफिरा
 श्री अन्ना हजारे अभियान के बारे में बताते हुए दोस्तों! आज की रचना "एक तारा अपने पास बुलाता है"सीमा सिंह द्वारा रचित है.मिस सीमा सिंह से मेरी मुलाकात 5 अप्रैल को श्री अन्ना हजारे के जन लोकपाल बिल के दौरान हुई थीं.वहां पर मैंने अपना विजिटिंग कार्ड...
 पोस्ट लेवल : सिरफिरा
 आज एक दोस्त को ईमेल से भेजी रचनाओं का अवलोकन करें. ईमेल से दोस्त को भेजी रचना क्यों और कब, किन हालातों में लिखी गई है. इसका जिक्र भी किया गया है. मुहब्बत दोस्तों की है, जो निरन्तर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. आप की मुहब्बत में कितनी ताकत है. यह आपके द्वा...
 पोस्ट लेवल : सिरफिरा
 आज आप सभी पाठकों के लिए "जीवन का लक्ष्य" समाचार पत्र के सर्वप्रथम अंक अक्तूबर 1997 में प्रकाशित एक रचना के साथ ही पिछले दिनों मेट्रो रेल में यात्रा के दौरान "कहे" शेर प्रस्तुत है.तुम अघोषित युध्द लड़ते होतुम जब-जब, अख़बार पढ़ते हो, एक अघोषित-सा युध्द लड़ते...