ब्लॉगसेतु

 कल शाम एक मित्र ने कहा कि आचार्यवर आप इतना कुच्छ लिखते है और आपने ब्लॉग में  डालते है लोग इससे कॉपी करते हैं, और अपने नाम से शेयर करते हैं ; मैंने उनसे दो बाते कही 1.मित्र यहाँ का सारा कंटेंट पुस्तक का रूप ले  चुका है और 2.यदि कोई&nbs...
 पोस्ट लेवल : मन की बात
दोहे----दर्शन विमल विचार है, सुचिता जीवन सार।व्याख्यायित इससे सदा,शाब्दिक यह संसार ।।01।।-----जगत-प्रीत बहु आज है, विषय-भोग परिहास।ज्ञान-ध्यान हरि-भजन की,नहीं किसी को आस ।।02।।------चले पवन प्रतिकूल अब,सखे! जगत की रीति।माँझी एक सहाय है,जिससे आपनी प्रीति ।।03।।-----...
आचार्य वामन सम्मान से सम्मानित विशिष्ट प्रशस्ति पत्र 
२०१७ में लिखे गए थे - मुक्तक - १.--------------मालविकाग्निमित्रम् विक्रमोर्वशीयम् अभिज्ञानशाकुन्तलम्।कृते कालिदासः महाकविः इति त्रीणि नाट्यशास्त्रम्।रघुवंशम् कुमारसंभवम् कृते इति द्वे महाकाव्ये -सप्त ग्रंथं कृते द्वे खंडकाव्ये...
 पोस्ट लेवल : जयतु संस्कृतम्
 #कह-#मुकरियाँ--------------------जिसे देखकर हर्षाऊँ मैं।सम्मुख उसके बलखाऊँ मैं।सब कुछ मेरा उसे समर्पणक्या सखि साजन? ना सखि दर्पण।।०१।।---------जिसे देखकर हर्षाऊँ मैं।पहन-ओढ़कर बलखाऊँ मैं।मुझसे चिपके सदा अनाड़ी।क्या सखि साजन? ना सखि साड़ी।।०२।...
 पोस्ट लेवल : कह-मुकरी कह-मुकरियाँ
ये समस्त दोहे आज से ठीक एक वर्ष पूर्व लिखे गए थे | दोहे-------खड़े पंक्ति में हो गए , हाला की थी बात।राशन की होती अगर , बतलाते औकात।।०१।।--------पंक्ति बनाकर मौन सब , खड़े हुए चुपचाप।मधुशाला के सामने , देखो तुम्हीं प्रताप।।०२।।-------बड़े दिनों से बंद थे , मध...
 पोस्ट लेवल : doha दोहे दोहा dohe
ॐ ॐॐॐ युग + आदि = युगादि (दीर्घ स्वर संधि)- इस शब्द का शाब्दिक अर्थ *युग अर्थात वर्ष (year) एवं आदि का अर्थ आरम्भ, प्रारंभ (Begin) दोनों शब्दों को मिलाने पर युगादि बनता है,युगादि अर्थात नव वर्ष का शुभारम्भ* परन्तु कालान्तर में उच्चारण के कारण युगादि को *उगादी...
 पोस्ट लेवल : युगादि नववर्ष उगादि
#दोहे-------जिस दिन युवा देश के , समझेगे निज पाथ**।संस्कृत अरु साहित्य को , लेंगे  हाथों-हाथ।।०१।।-----आज हमारी संस्कृति , रोती है निज देश।संस्कृत भाषा जा रही , देश छोड़ पर-देश।।०२।।-------पुरातनी  भाषी   यहाँ   ,   माँगे&nbs...
 पोस्ट लेवल : संस्कृत दोहे दोहा
 आचार्य सलिल – हिंदी साहित्य के  उन्नयन पथ पर अग्रसर कवि, समीक्षक तथा छंदशास्त्री आचार्य संजीव वर्मा ‘सलिल’ जी को मैं व्यक्तिगत रूप से पांच से सात वर्षों से जनता हूँ और पिछले वर्ष २०२० के माह नवम्बर से आप अक्षरवाणी संस्कृत समाचार पत्र के अक्षरवाणी काव्य...
 पोस्ट लेवल : salil