ब्लॉगसेतु

अपने जीवन में हम कई तरह के उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि रोज़ाना इस्तेमाल होने वाली चीजें आखिर बनती कैसे हैं और उन्हें अपने अंतिम रूप में लाने के पहले कितनी मेहनत मशक्कत की जाती है? ऐसे ही रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली एक वस्तु है हमा...
सोनमर्ग, जोजिला, द्रास घाटी होते हुए कारगिल में रात बिताने के बाद  हमारा समूह अगली सुबह लामायुरु के बौद्ध मठ की ओर निकल पड़ा। कारगिल से लामायुरु की दूरी करीब सौ किमी की है पर घुमावदार रास्तों पर रुकते चलते इस सफ़र में करीब तीन घंटे लग ही जाते हैं...
श्रीनगर लेह राजमार्ग पर चलते हुए अब तक मैंने आपको सोनमर्ग, जोजिला, द्रास घाटी  और द्रास युद्ध स्मारक तक की सैर कराई। द्रास के युद्ध स्मारक और संग्रहालय को देखने के बाद हमारा अगला पड़ाव था कारगिल। पर लद्दाख जाने वालों के लिए बस यही...
श्रीनगर लेह राजमार्ग से हम सोनमर्ग, जोजिला, द्रास घाटी होते हुए हमारा समूह अब द्रास कस्बे से कुछ ही किमी दूर था। द्रास घाटी से साथ चलने वाली द्रास नदी रास्ते में मिलने वाले ग्लेशियर की बदौलत फूल कर और चौड़ी हो गयी थी। जोजिला के बाद बर्फ की तहों के बीच आँख मिचौनी करत...
मुसाफ़िर हूँ यारों ने अपने जीवन के दस साल पिछले महीने पूरे कर लिए। यूँ तो ब्लागिंग करने का मेरा ये सिलसिला तेरह साल पुराना है। शुरुआत रोमन हिंदी ब्लॉग से मैंने 2005 में की क्यूँकि तब यूनिकोड की सुविधा सारे आपरेटिंग सिस्टम में आयी नहीं थी। रोमन से देवनागरी में टंकण...
जोजिला से आगे बढ़ने का मतलब है कश्मीर घाटी को विदा कहते हुए लद्दाख के पर्वतीय इलाके में प्रवेश कर जाना। जोजिला के आगे द्रास की घाटी शुरु हो जाती है। कहते हैं कि द्रास का इलाका भारत ही क्या विश्व के सबसे ठंडे इलाकों में शुमार होता है। करीब ग्यारह हजार फीट की ऊँचाई पर...
सोनमर्ग से अक्सर लोग बालटाल जाते हैं। जून के आखिरी हफ्ते के आसपास यहीं से अमरनाथ यात्रा शुरु होती है। वैसे एक रास्ता पहलगाम होकर भी है। सोनमर्ग से जोजिला या जोजी ला जाते समय बालटाल के पास सिन्ध नदी घाटी का अद्भुत दृश्य दिखाई देना शुरु होता है। यहीं से सर्पीली सड़कों...
श्रीनगर से लद्दाख जाते वक़्त कश्मीर घाटी का प्रसिद्ध पर्वतीय स्थल सोनमर्ग से होकर गुजरना पड़ता है। समुद्रतल से 2800 मीटर की उँचाई पर स्थित सोनमर्ग श्रीनगर से करीब 87 किमी उत्तर पूर्व की दूरी पर है । श्रीनगर तो झीलों, शिकारों और बागों का शहर है जहाँ से आप जबरव...
श्रीनगर में डल झील का विस्तार कुछ इस तरह से है कि इसका एक सिरा  पतली जलधारा  के साथ बहते हुए नगीन झील से जा कर मिलता है। यही वज़ह है कि नगीन झील को कई लोग एक अलग ही झील मानते हैं। डल झील तो पर्यटन में हो रहे इस्तेमाल की वजह से गाद से भरती जा रही...
दशकों पहले जब कृष्णचंदर का यात्रा संस्मरण मेरी यादों के चिनार पढ़ा था तो पहली बार कश्मीर की वादियों की रूपरेखा मन में गढ़ी थी। पर साल बीतते गये कश्मीर के हालात कभी अच्छे कभी खराब तो कभी एकदम बदतर होते रहे और मेरा वहाँ जाना टलता रहा। मेरे माता पिता अक्सर वहाँ के किस्स...