समाज सेवा से जुड़ीं कवियित्री रेणु हुसैन पेशे से सरकारी स्कूल नेताजी नगर सर्वोदय विद्यालय में अंग्रेजी की शिक्षिका हैं । रेणु हुसैन के दो कविता संग्रह “पानी प्यार” एवं “जैसे” और एक कहानी संग्रह “गुण्टी” प्रकाशित हैं ।उनके आगामी काव्य संग्रह का नाम ‘...
लाल साड़ी में लिपटी लड़कियाँ एक दहलीज पार कर किस अरण्य में हमेशा के लिए खो जाती है कोई जानना नहीं चाहता... कथा-कहानी सुनाने बैठी सयानी औरतें अक्सर कहती हैं, घर के बियाबान से कभी कोई स्त्री जीवित नहीं लौटी... निसंगजयश्री रॉय की हिंदी कहानी सात दिन से ल...
नाटक तो भावनाओं का खेल है – इब्राहिम अल्काज़ी– रवीन्द्र त्रिपाठीइब्राहिम अल्काज़ी (1925 - 2020) से मेरा परिचय बहुत कम था। उनसे कई बार मिला लेकिन ढंग की बातचीत सिर्फ़ दो बार हुई। एक बार तब जब वे 1991 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (संक्षिप्त रूप में रानावि य...
रेणुरंग: फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशती पर 10 चर्चित कहानियों का पुनर्पाठ. शब्दांकन और मैला आँचल ग्रुप की प्रस्तुति.कस्बे की लड़कीएक अनगढ़ मासूम सौन्दर्य — रीता राम दासफणीश्वरनाथ रेणु की कहानी ‘कस्बे की लड़की’ वर्गीय चेतना का ऐसा चित्रण हैं जो व्यक्ति और स...
रेणुरंग: फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशती पर 10 चर्चित कहानियों का पुनर्पाठ. शब्दांकन और मैला आँचल ग्रुप की प्रस्तुति.नैना जोगिनसंघर्ष के भीतर ममत्व की फुहारें— रोहिणी अग्रवालधनुष की खिंची हुई प्रत्यंचा है नैना जोगिन! साक्षात् भैरवी! दुर्वासा ऋषि का स्त्री अवता...
कृष्णा सोबती जी के प्रिय उपन्यास 'मित्रो मरजानी' का यह अंश यह कहते हुए कि वह पितृसत्ता भी ख़तरनाक हो सकती है जिसके केंन्द्र में मातृ-शक्ति हो'... शब्दांकन संपादकमित्रो मरजानी कृष्णा सोबतीउपन्यास अंशनई उठ घड़ी-भर को बाहर गई। लौटकर सास से कहा — अन्दर मँझली क...
रेणुरंग: फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशती पर 10 चर्चित कहानियों का पुनर्पाठ. शब्दांकन और मैला आँचल ग्रुप की प्रस्तुति.रसप्रिया हज़ारों लोक रंगों की कहानी है—'रसप्रिया— विवेक मिश्र फणीश्वर नाथ रेणु लोक में रचे-बसे और आंचलिकता में पगे हिंदी के ऐसे कथाका...
आचार्य चतुरसेन अपनी प्रसिद्ध पुस्तक "वयं रक्षाम:" में कई ऐसे विषयों पर बात करते हैं जिन्हें पढ़ा जाना चाहिए. ऐसा ही एक विषय 'लिंग पूजा' का है जिसमें वह विषय की विश्व की अनेक सभ्यताओं/धर्मों/कलाओं आदि में मौजूद होने की व्यापक पड़ताल करते हैं. चूंकि शिव-रूद्र-लिंग-सर्प...
जब आप कोई कहानी पढ़ना शुरू करें और उस कहानी का कहानीपन आपको पकड़ ले तब आप उस कहानी के लेखक को शुक्रिया ज़रूर कहें. शुक्रिया अचला बंसल जी. गजब कहानी कही आपने 'झाल वाली मछली'. और एक शुक्रिया जो इस कहानी के लिए कहा जाना है वह प्रिय प्रियदर्शन जी को जिन्होंने अंग्रेज़ी में...
आज के 'टाइम्स ऑफ़ इण्डिया' की ख़बर है: 'जेएनयू में रिकॉर्ड आवेदन, पिछले साल की तुलना में 22% अधिक'. आज से ठीक तीन वर्ष पूर्व प्रो सदानंद शाही को बिलासपुर विश्वविद्यालय के कुलपति बनाए जाने पर रोक लगा दी गई थी. सुनने में आया था, यह (आरोप लगाते हुए) कहते हुए क...