एक किलो मीठी मिठाईपांच किलो नमकीन कवितामें से क्या खरीदोगेकविता पांच सौ किलोनमकीन या मीठीकैसी भी होबिना पैसे खर्च किएमिलेगी तो खरीद लोगेपर क्या गारंटी कि गारंटी इस बात की मांगोगेकि खरीदकर भी नहीं पढ़ी तोक्या बिगाड़ लोगे कविया कविता के सौदागरसौदागिरी में काम आने...
पोस्ट लेवल : "अविनाश वाचस्पति"

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बैंग बैंग का धमाका करके, धमाका जो फिल्म के नाम का भी है और मुख्य किरदार ऋतिक रोशन का भी। जबकि सब परिचित हैं कि धूम के नाम पर कई बार उधम मचाकर फिल्म जगत को रोशन कर चुके ऋतिक ने खूब हंगामा किया है। इस बार उनका यह हंगामा बैंग बैंग नाम से है। जबकि उनकी फिल्मो...

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रात के तीन बजे हैं। एकाएक महसूस होता है कि मेरा एक मित्र गिरधारीलाल शर्मा मेरे सिरहाने की ओर से अपने एक साथी के साथ निकला है। वह बाहर दरवाजे की ओर नहीं गया है। मैं उठकर ड्राईंग रूम की तरफ उठकर जाता हूं पर वह दिखाई नहीं देता। सब दरवाजे बंद हैं। सीसीटीवी के कैमरे मे...

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टच की तकनीक का वर्चस्व है। बजट जारी नहीं किया जाता। मंत्री महोदय पीएम महोदय का आदेश पाकर सिर्फ टच करते हैं और बजट जारी हो जाता है। बजट के रिलीज होते ही मंत्री महोदय को तो फारिग हो गए जैसा अहसास होता है जबकि पब्लिक जो अभी तक तनाव रहित थी, एकदम से तनाव में आ जाती ह...

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Aapka Prakash##AapkaPrakashकिसी मित्र ने सुझाव नहीं दिया हैमैंने स्वंय अपन आप बदल दिया हैप्रकाश पुस्तकों का हैप्रकाश विचारों का हैप्रकाश रचनात्मकता का हैप्रकाश समूह का हैसब अच्छाइयों का प्रकाश हैसमझ लीजिए आकाश हैअाकाश आपका अपना हैमैं तो निमित्त मात्र हूंमिट्...

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##AAPKA PRAKASHANTRUSTED NGOआपका प्रकाशन (गैर-सरकारी संगठन) आजकल एनजीओ की पहचान से सुर्खियों में है, का प्रतीक चिन्ह।##monogramआपका प्रकाशन के लिए कौन सा बॉर्डर कलर ठीक रहेगा।

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फुटबाल जरूर देखी होगी आपने, उसे कभी न कभी दो चार लातें भी मारी होंगी। फुटबाल को सामने देखकर उसे लातों से ठोकने का मन बन ही जाता है। आप एक लात मारते हैं और वह अपने बचने के लिए भाग लेती है। आप उसके पीछे दौड़कर फिर दो चार लातें और जड़ देते हैं और अगर वह आपके सिर...

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यह दुनिया पागल खाना। खाने के अद्भुत व्यंजन है पर फिर भी सामने किसी पागल को देखकर खाने को मचलता है दिल। भूल जाता है इंसान कि वह तो शाकाहारी है पर फिर भी पागल  ...

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मेरी इच्छा थी कि खूब मुकाबला चला है मेरा, मेरी अपनी बीमारी हेपिटाइटिस सी के साथ, सो वह अब घुटने टेक दे पर उसकी यू्. के. की सरकार का साथ वाला हाथ मिलाने वाली मिलीभगत सक्रिय है। माना कि दुनिया गोल है पर यह गोल फुटबाल वाला नहीं है। हरेक...

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विकास महाराज भी पीएम जी से खौफ खाए हुए चक्कर काट रहे हैं। विकास को विशेष अवकाश समझने और मानने की गलती मत कर लीजिएगा। अच्छे दिन लानें के लिए अधिक श्रम की जरूरत होती है और छुटि़टयों से शर्म करनी पड़ती है। शनिदेव को तेल लगाने और चढ़ाने का यह भी एक नायाब तरीका ह...