गीतकार मजरुह सुल्तानपुरी को उनकी एक कविता के लिए जेल भेज दिया गया था। तब देश में कांग्रेस का शासन था और नेहरू जी प्रधानमंत्री थे। संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौर...
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गणतंत्र दिवस के पहले रविवार को दिल्ली के सिंघु बॉर्डर गया था, सोचा था कि किसानों के आंदोलन को नजदीक से देखूंगा और समझूंगा। दिनभर वहां बिताया और आंदोलन के अलावा जो एक चीज वहां रेखांकित की, उसका उल्लेख करना आवश्यक है। प्रदर्शन आदि समान्य तरीके से चल रहा था। लोग टेंट...

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रचना - प्रति रचना : इंदिरा प्रताप / संजीव 'सलिल'*रचना:अमलतास का पेड़इंदिरा प्रताप*वर्षों बाद लौटने पर घरआँखें अब भी ढूँढ रही हैंपेड़ पुराना अमलतास का,सड़क किनारे यहीं खड़ा थालदा हुआ पीले फूलों से|पहली सूरज की किरणों सेसजग नीड़ का कोना–कोना,पत्तों के झुरमुट के पीछे,कलरव...

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कोरोना के इस संकटग्रस्त समय में परंपरा और संस्कृति की बहुत बातें हो रही हैं। सोशल मीडिया से लेकर अन्य संवाद माध्यमों पर भारतीय पौराणिक कहानियों से लेकर पौराणिक उपचार की पद्धतियों को लेकर भी खासी रुचि देखी जा रही है। इस आलोक में ही पिछले दिनों पांच मित्रों के बीच एक...

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प्रस्तुत है एक रचना - प्रतिरचना आप इस क्रम में अपनी रचना टिप्पणी में प्रस्तुत कर सकते हैं.रचना - प्रति रचना : इंदिरा प्रताप / संजीव 'सलिल'*रचना:अमलतास का पेड़इंदिरा प्रताप*वर्षों बाद लौटने पर घरआँखें अब भी ढूँढ रही हैंपेड़ पुराना अमलतास का,सड़क किनारे यहीं खड़ा थालदा...

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ठीक से याद नहीं, पर घटना 21 या 22 मार्च 1977 की रात की है। उस रात हम अपने ननिहाल, बिहार के एक कस्बाई शहर जमालपुर के पास के गांव वलिपुर, में थे। देश से इमरजेंसी हटाई जा चुकी थी और चुनाव हो चुके थे। सबको चुनाव के नतीजों की प्रतीक्षा थी। चुनाव और उसके बाद के नतीजों को...

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भारत और पाकिस्तान के आपसी संबंधों की जब भी चर्चा होती है तो प्रत्येक देशवासी के मन में यही भावना रहती है कि देश पाकिस्तान से सदैव आगे ही आगे रहे. खेल के मैदान से लेकर राजनीति के अखाड़े तक कहीं भी पाकिस्तान को आगे बढ़ते देख पाना देशवासियों के लिए संभव नहीं होता है. एक...

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दिल्ली के बीचों बीच, कई एकड़ में फैला परिसर, परिसर में हरियाली के बीच विचरते मोर, पंक्षियों का गूंजता कलरव और उसके बीच की इमारत में एक भव्य पुस्तकालय। ये है इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र का बेद समृद्ध पुस्तकालय, जहां दो लाख से अधिक किताबें और पुरानी पत्र-पत्रिक...

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कहानी की कोमलता को लेखक भूल तो जाता है लेकिन वह यह नहीं जानता कि यह कोमल-तत्व घर की दाल के ऊपर तैरते जीरे की माफ़िक होता है...जो बाहर की दाल में नहीं दिखता, और जो बनावटी (या गार्निश का हिस्सा) कतई हो भी नहीं सकता. इंदिरा दांगी ने कहानी के कोमलपन को इतनी जतन से सम्हा...

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आज आजादी केइतने सालों में सुप्रीमकोर्ट में तीन महिला जजों की नियुक्तियां ऐतिहासिक दस्तावेज बन गया है। इस समय सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस इंदिरा बनर्जी की नियुक्ति मीडिया जगत की सुर्खियां बन रही हैं। देश के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब देश के सर्वोच्च न्याय...