ब्लॉगसेतु

sanjay krishna
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 गुलाम भारत को आजाद कराने के लिए देश के कोने-कोने में अलग-अलग लड़ाई लड़ी गई। इसमें हजारों लोगों को फांसी दी गई। मां ने बेटे को, पत्नी ने पति को व बहनों ने अपने भाई को खोया। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद कई लोग इतिहास के पन्नों में अपनी गाथा अमर कर गए। इनका गर्व स...
 पोस्ट लेवल : 1857/palamu /राजहरा का बरगद
विजय राजबली माथुर
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  ~विजय राजबली माथुर ©
Ravindra Pandey
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खूबनुमा सुबह के ओ सौदागर, बड़ा खूब ढाया है तूने कहर,लेकर उनींदे हमारी सभी,देते हो क्यों अलसाया सहर...कैसी है ख्वाबों की ये अनकही,बातें दिलों की दिल मे रही,सुहाना लगे है ख्वाबों का सफर,बड़ा खूब ढाया है तूने कहर...धड़कन क्यों बेताब हैं आजकल,सदियों सा लागे हमें एक प...
विजय राजबली माथुर
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स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैं )  भोपाल गैस कांड के बाद यूनियन कारबाईड ने खोज करवाई थी कि तीन परिवार सकुशल कैसे बचे ? निष्कर्ष मे ज्ञात हुआ कि वे परिवार घर के भीतर हवन कर रहे थे औ...
Ravindra Pandey
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शब्द की बानगी, शब्द के हैं हुनर,शब्द से हैं घिरे, ज़िन्दगी के डगर...शब्द उम्मीद हैं, शब्द दीवानगी,शब्द से कई रिश्ते, हैं जाते संवर...शब्द आवाज है, शब्द अंदाज़ है,शब्द से है घडी, शब्द से है पहर...शब्द अभिमान हैं, शब्द ही शान हैं,शब्द से है गली, शब्द से है शहर...शब्द ख...
विजय राजबली माथुर
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स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैंआस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक जो आज खोज कर बता रहे हैं भारतीय आयुर्वेद में उसका उल्लेख पहले ही से मिलता है। यह तो एलोपैथी ही है जिसने केवल धन कमाने को चिकित्सा...
 पोस्ट लेवल : खाना पानी जहर आमाशय
kuldeep thakur
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शौक आदत बन गयीअब क्या करें?नशा है जहरअब क्या करें?आशाएं मां-बाप कीदर दर भटक रही,उनके बिखरे  अर्मानों का,अब क्या करें?समझाया था बहुतन सुनी तब  किसी की,ओ समझाने वालों बताओ,अब क्या करें?न होष है खुद कीन पास है कोई हितेशी,   जीवन है अनुमोल,अब क्या क...
अनंत विजय
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जब फिल्म पान सिंह तोमर आई तो उसकी सफलता ने लोगों को चौंकाया था । कम लागत में बनी इस फिल्म को तारीफ तो मिली ही थी इसने जमकर मुनाफा भी कमाया था । पान सिंह तोमर भारतीय फौज में थे और उन्होंने उन्नीस सौ अट्ठावन के तोक्यो एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया था । इस...
राजेश कश्यप
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विशेष लेखजहर बन रहा 'जायका'!-राजेश कश्यपजहर बन रहा 'जायका'!        चौंकिए मत! हमारी जिन्दगी जहर से भरी जा रही है। हम बड़े बजे से प्रतिदिन धीमा जहर निगल रहे हैं और वो भी अपनी जीभ के स्वाद के लिए। जी हाँ! हम बाजार की जो तली-भूनी चीजें, जंक फूड और...
 पोस्ट लेवल : ## जहर बन रहा 'जायका'!
S.M. MAsoom
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जौनपुर। दो महीना आठ दिन तक लगातार शिया समुदाय द्वारा गम मनाने के बाद गुरुवार को नौरोज का पर्व हर्षोल्लास के साथ पूरे जिले में मनाया गया। ईदे जहरा के इस मौके पर नगर में कई स्थानों पर जुलूस निकाले गये जिसमें रंगों से सराबोर लोग एक दूसरे पर खुशी के रंग लगाते चल रहे...
 पोस्ट लेवल : जश्ने ईदे जहरा