Yashoda Agrawal 0 लड़की और चांद ...ज्याति खरे मेरी धरोहर फेसबुक ट्विटर गूगल 21 जनवरी 2021 03:30 पूर्वाह्न रिपोर्ट स्पैम आंकड़े साहित्य चाँदचुपके से खिड़की के रास्ते कमरे मेंरोज आता है लड़की अपने करीब आता देखमुस्कुराती हैदेखती है देर तक छू लेती हैमन ही मन उसेचाँद लड़की से कुछ कहने कासाहस नहीं जुटा पातालड़की संकोच की जमीन परचुपचाप बैठी रहती हैचाँद और लड़कीयुगों युगों से... पोस्ट लेवल : लड़की और चांद ज्याति खरे