लड़की एक बार फिर से उसी झील के किनारे बैठी है। पानी में पैर डुबोने और छप छप करें , का ख्याल आया लेकिन गंदले और काई जमे किनारे ने उसे दूर से ही छिटका दिया। पानी अब बहुत दूर तक खिसक गया था , झील के किनारे वाला हिस्सा सूख गया लगता है...
पोस्ट लेवल : "दिन और रात"

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दिन गुज़रते हैं फिर भी वक़्त थमा हुआ सा है.ये एक अजीब मौसम है, इसमें दिन और रात का हिसाब आपस में गड्डमड्ड सा हो गया है. यहां उत्तरी ध्रुव की लम्बी रौशनियों वाली रातें भी हैं और महासागर के अथाह विस्तार जैसे अनंत तक पसरे हुए दिन भ...