मुक्तक सलिला:शब्दों का जादू हिंदी में अमित सृजन कर देखो नाछन्दों की महिमा अनंत है इसको भी तुम लेखो ना पढ़ो सीख लिख आत्मानंदित होकर सबको सुख बाँटोमानव जीवन कि सार्थकता यही 'सलिल' अवरेखो ना*नारी अबला हो या सबला, बला न उसको मानो रेदो-दो मात्रा नर से भारी, नर से बे...
पोस्ट लेवल : "नारी"

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आज पंकज को शिल्पा से मिलने मॉल जाना था। शिल्पा से उसके रिश्ते की बात चल रही थी। दोनों परिवार के लोग आधुनिक विचारों के थे। अत: जब तक लड़का लड़की आपस में एक दूसरे को पसंद न कर ले तब तक बात आगे बढ़ने का सवाल ही नहीं था। नियत समय पर पंकज मॉल पहुंच गया। जब उसने शिल्पा को ब...

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क्या करवा चौथ का व्रत करने से पति की उम्र बढ़ती है? दोस्तो, आपको क्या लगता है? क्या सच में पति की उम्र बढ़ती है? यदि हां, तो फिर भारत के पुरुष सबसे ज्यादा उम्र तक क्यों नहीं जीते? और यदि ना, तो फ़िर महिलाएं ये व्रत क्यों करती है? आइए, जानते है क्या है सच्चाई...मतलब पत...

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चिंतन:कौन बेहतर नर या नारी?*स्त्री विमर्शवादियों का मत है कि स्त्री का हमेशा शोषण किया गया, समानाधिकार नहीं दिया गया। प्रगतिशीलता की चाह अश्लील लेखन, पारिवारिक बिखराव, अंग प्रदर्शन, सहजीवन (लिव इन) तक सीमित रह गई।पुरुष वर्ग और न्यायालय का आकलन है कि सब कानून स्त्री...

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आज नारी-पुरुष समानता का जमाना है। जब महिलाएं डॉक्टर, इंजिनियर, वैज्ञानिक, पायलट आदि बन सकती है, तो नारियल क्यों नहीं फोड़ सकती? क्या आपने कभी सोचा है कि नारियल पुरुष ही क्यों फोड़ते है? आखिर महिलाएं नारियल क्यों नहीं फोड़ती? हिंदू धर्म में नारी को साक्षात लक्ष्मी का र...

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दोस्तो, ज्यादातर पुरुषों को लगता है कि महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द बहुत ही कॉमन है...ये तो सभी महिलाओं को होता है...उसके लिए हाय तौबा मचाने की क्या जरुरत है? पीरियड्स में महिलाओं को ऑफिस के काम से छुट्टी क्यों चाहिए? नारी पुरुष समानता के दौर में महि...

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मुक्तकरंग इश्क के अनगिनत, जैसा चाहे देखलेखापाल न रख सके लेकिन उनका लेखजी एस टी भी लग नहीं सकता, पटको शीश -खींच न लछमन भी सकें, इस पर कोई रेख*२३-७-२०१८ मुक्तकमाँमाँ की महिमा जग से न्यारी, ममता की फुलवारीसंतति-रक्षा हेतु बने पल भर में ही दोधारीमाता से नाता अक्षय...

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गुजरात के मशहूर स्वामीनारायण संप्रदाय के एक मंदिर के स्वामी कृष्णनस्वरुप दास ने पिछले दिनों एक प्रवचन के दौरान कहा कि, यदि महिलाएं मासिक धर्म के दौरान खाना बनाएंगी तो अगले जन्म में वह श्वान पैदा होगी। सोच और समझ का दुर्भाग्य यहीं खत्म नहीं होता तो इसी संस्थान द्वार...