ऑफिस से पाँच बजे फुर्सत मिल गयी तो मन हुआ कि शहर में घूमा जाये। सुबह दैनिक जागरण के स्थानीय पृष्ठ पर खबर थी कि पूरा शहर दुर्गामय हो गया है। श्रद्धालु मंदिरों में उमड़ रहे हैं। चौक स्थित प्राचीन दक्षिणमुखी दुर्गा मंदिर में सबसे ज्यादा भक्त दर्शन के लिए आ रहे हैं। आजम...
पोस्ट लेवल : "ब्लॉगरी"

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सत्यार्थमित्र पर मौलिक रूप से ब्लॉग पोस्ट करने की आदत फ़ेसबुक ने छीन ली थी। जो मन में आया उसे तुरत-फुरत स्टेटस के रूप में फेसबुक पर डालकर छुट्टी ले लेने का आसान रास्ता पकड़ लिया था मैंने। अधिकतम चौबीस घंटे की सक्रिय आवाजाही पाने के बाद वह स्टेटस काल के गाल में समा जा...

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वर्धा से लौटकर अपनी नौकरी के दायित्वों को सम्हाल चुका हूँ; लेकिन ध्यान उन पोस्टों पर लगा हुआ है जो हमारे प्रतिभागियों ने वर्धा से लौटकर लिखी हैं या लिखने वाले हैं। यदि आप किसी कारणवश वर्धा नहीं आ सके तो आपके मन में वहाँ जो कुछ हुआ उसे जानने की जिज्ञास...

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आपलोग भले ही यहाँ इस चर्चा में फेसबुक और ट्विटर के आने से ब्लॉगिंग के पिछड़ जाने की चिन्ता कर रहे हैं लेकिन मुझे लगता है कि यह माध्यम कभी खत्म नहीं हो सकता। ऐसी आशंकाएँ पहले भी व्यक्त की गयी हैं। जब भी अभिव्यक्ति का कोई नया माध्यम आया है तो पुराने माध्यम के बारे म...

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दो साल पहले जब केन्द्रीय विश्वविद्यालय- वर्धा छोड़कर उत्तर प्रदेश सरकार की नौकरी पर वापस गया था तो इसका परिसर अभी निर्माणाधीन था। सीमेन्ट की सड़कें तब बन ही रही थीं। पथरीली पहाड़ियों को तराशकर और काट-छीलकर भवन खड़े करने के लिए समतल किया जा रहा था और अनेक संकायों की इमा...

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सोशल मीडिया और हिंदी ब्लॉगिंग के विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के लिए अच्छे पैनेल की तलाश करते हुए मैंने बहुत से लोगों तक इस सेमिनार की रूपरेखा पहुँचायी। ट्विट्टर और फेसबुक पर सक्रिय अनेक प्रोफाइलें देख डालीं। एक से बढ़कर एक व्यक्तित्व देखने को मिले। मैंने अपनी ओर से सं...

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ब्लॉगरों को सेमिनार करने की जरूरत क्या है? महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा ने जब पहली बार हिंदी ब्लॉगिंग को लेकर एक राष्ट्रीय सेमिनार “चिठ्ठाकारी की दुनिया” इलाहाबाद में कराया तो इसे अपनी तरह का पहला कार्यक्रम माना गया। इसे एक मील का पत्थर म...

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हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा की राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रतिभाग हेतु पहला कदम बढ़ाइए मेरी पिछली पोस्ट में सूचना दी गयी थी कि वर्धा में एक बार फिर हिंदी ब्लॉगिंग को केन्द्र में रखकर राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आगामी 20-21 सितंबर को आयोजित किया जा रहा है। कुछ ब्लॉगर...

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ल्यौ जी... सफ़ेद घर ने भी 400 पोस्टों का आंकड़ा छू लिया। डैशबोर्ड पर दिख रही तारीख के हिसाब से पिछले महीने ही मेरी ब्लॉगिंग के चार साल भी पूरे हो गये। यानि करीब करीब सौ पोस्ट प्रति वर्ष। आनंदम् आनंदम्। वैसे अंदर ही अंदर पत...

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प्रपत्र वाचन का क्रम थम गया तो मुझे बोलने के लिए बुलाया गया। इतनी अधिक बातें कही जा चुकी थीं कि कुछ कहने को बचा नहीं था। लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी। इतना बताता चलूँ कि मैंने वर्ष २००८ में ब्लॉगिंग शुरू करने के बाद इस आभासी दुनिया के चेहरों को वास्तविक रूप में श...