शिव भजन भज मन महाकाल प्रभु निशदिन।।*मनोकामना पूर्ण करें हर, हर भव बाधा सारी।सच्चे मन से भज महेश को, विपद हरें त्रिपुरारी।।कल पर टाल न मूरख, कर लेश्वाश श्वास प्रभु सुमिरन।भज मन महाकाल प्रभु निशदिन।।*महाप्राण हैं महाकाल खुद पिएँ हलाहल हँसकर।शंका हरते भोले शंकर,...
पोस्ट लेवल : "भजन"

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मन बहुत बेचैन मेरातू मिले तो चैन आए।तू धरा में तू गगन मेंजर्रे-जर्रे में छुपा तूहै पढ़ा हमने भी लेकिनवही दिन औ रैन आए!मन बहुत बेचैन मेरातू मिले तो चैन आए।मूर्तियाँ तेरी अनेकोंऔर अनगिन प्रार्थनाएँरूप हैं तेरे अनेकोंदे दरश! अब नैन छाए।मन बहुत बेचैन मेरातू मिले त...

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Hum Katha Sunate Sakal Gun Dham Song Lyrics In Hindi Pdfहम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की।।श्लोक – ॐ श्री महागणाधिपतये नमः,ॐ श्री उमामहेश्वराभ्याय नमः।वाल्मीकि गुरुदेव के पद पंकज सिर नाय,सुमिरे मात सरस्वती हम पर होऊ सहाय।मात पिता की...

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श्री मन नारायण नारायण हरि हरितेरी लीला सबसे नयारी नयारी हरि हरिभज मन नारायण नारायण हरि हरिजय जय नारायण नारायण हरि हरिहरी ॐ नमो नारायणा, ॐ नमो नारायणाहरी ॐ नमो नारायणालक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरिबोलो नारायण नारायण हरि हरिभजो नारायण नारायण हरि हरिजय जय नारायण नारायण...

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स्पष्ट रूप से पढ़ने के लिए इमेज पर डबल क्लिक करें (आप उसके बाद भी एक बार और क्लिक द्वारा ज़ूम करके पढ़ सकते हैं ) संकलन-विजय माथुर, फौर्मैटिंग-यशवन्त यश

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बारिशो की छम छम में तेरे दर पे आये हैंबारिशो की छम छम में तेरे दर पे आये हैंमहरा वाली महरा कर दे झोलियाँ सबकी भर देमहरा वाली महरा कर दे झोलियाँ सबकी भर देबिजली कड़क रही है है थम थम के आये हैंबिजली कड़क रही है है थम थम के आये हैंमहरा वाली महरा कर दे झोलियाँ सबकी भर दे...

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चित्रगुप्त भजन सलिला: संजीव 'सलिल' * १. शरणागत हम शरणागत हम चित्रगुप्त प्रभु! हाथ पसारे आये * अनहद; अक्षय; अजर; अमर हे! अमित; अभय; अविजित; अविनाशी निराकार-साकार तुम्ही हो निर्गुण-सगुण देव आकाशी पथ-पग; लक्ष्य-विजय-य...

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शंकर शिव भोले उमापति महादेवशंकर शिव भोले उमापति महादेवपालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेवपालनहार परमेश्वर, विश्वरूप महादेवमहादेव, महादेव, महादेव...महेशम् सुरेशम सुरारती नाशम, सुरारती नाशमविभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषंविभूम विश्वनताम, विभुत्यांग भूषंतिरूपाक्षहमितवार...

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Lyrics In English Yahi raat antim yahi raat bhariBas ek raat ki ab kahani hai sariYahi raat antim yahi raat bhariNahi bandhu bandhav na koi sahayakAkela hai lanka me lanka ka nayakSabhi ratna bahumulya ran me gavayeLage ghav aise ki bhar bhi na paayeDashanan ishi...

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अभिनव प्रयोग:प्रस्तुत है पहली बार खड़ी हिंदी में बृजांचल का लोक काव्य भजन जिकड़ीजय हिंद लगा जयकारा(इस छंद का रचना विधान बताइए)*भारत माँ की ध्वजा, तिरंगी कर ले तानी।ब्रिटिश राज झुक गया, नियति अपनी पहचानी।। अधरों पर मुस्कान।गाँधी बैठे दूर पोंछते, जनता के...