भारत के इतिहास को काल्पनिक साबित करने का क्रम आज से नहीं बल्कि वर्षों से चल रहा है। विगत 70 वर्षों से तो यह बहुत तेजी से चला है। वामपंथी विचारक और लेखक भारत के अस्तित्व को ही न करते हैं। वामपंथी इतिहासकारों ने तो हद ही कर दी भारतीय महानायक...
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( देश के युवाओं के नाम लेखक का खुला खत.....!) प्रति युवा साथियों वंदे मातरम युवा दिवस पर युवकों को हार्दिक शुभकामनाओं के साथ सकेतक मित्र बनकर कहना चा...

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नववर्ष 2022। हिंदी साहित्य और प्रकाशन जगत को इस वर्ष से बहुत उम्मीदें हैं। समकालीन साहित्यिक और प्रकाशन परिदृश्य से जिस तरह का समाचार प्राप्त हो रहा है वो बेहद उत्साहजनक है। इस समय हिंदी साहित्य में कई पीढ़ियां एक साथ सृजनरत हैं। एक तरफ रामदरश मिश्र और विश्वनाथ त्र...

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हालिया मंत्रिपरिषद विस्तार में सात महिलाओं को स्थान मिलने की खबर काफी चर्चा बटोर रही हैं। इन सात महिलाओं के शामिल होने के बाद अब 78 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में महिलाओं की संख्या कुल जमा 11 हो गई है। इस तरह अब तक की गठित सरकारों में सर्वाधिक महिलाओं को इस मंत्रिपरिषद मे...

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"जिस प्रकार विश्व स्तर पर योग को अपनाये जाने लगे हैं, ऐसा कहा जा सकता है कि भारत का मान बढ़ा है। अनेक विकसीत, विकासशील देश अब भारत को कमतर नहीं आंकता। भारतीय लोकतांत्रिय प्राणाली के साथ ही यहां की कला-संस्कृति की अपनी विशिष्टता है। प्रबल सैन्य शक्ति से सुर...

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मोदी जी ने देश की जनता को 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी को फ्री में टीका लगाने का निर्णय लेकर जनता के साथ राज्य सरकारों को भी राहत दी है।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मई और जून में मुफ्त राशन दिया गया था। अब इस योजना के तहत दिवाली यानी नवंबर माह तक चावल द...
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चित्र -साभार गूगल एक ग़ज़ल -कोई आज़ाद बतलाओ कि जो आज़ाद जैसा है तुम्हारा जन्म भारत भूमि पर अपवाद जैसा है कोई आज़ाद बतलाओ कि जो आज़ाद जैसा है शहीदों की कहानी हाशिए पर कौन लिखता था मेरे मानस पटल पर चित्र यह अवसाद जैसा है वो ऐसा भक्...

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युधिष्ठिर , तुम नहीं रहे कभी भी मेरी जिज्ञासा के पात्र रहे तुम केवल पांडवों में से एक मात्र । तुम्हारे पूरे जीवन मे बस एक ही प्रसंग याद आता है जहाँ तुम्हारे होने का महत्त्व दर्शाता है । यक्ष प्रश्नों के उत्तर...

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भारत की आजादी के ठीक पहले मुम्बई में रायल इण्डियन नेवी के सैनिकों द्वारा पहले एक पूर्ण हड़ताल की गयी और उसके बाद खुला विद्रोह भी हुआ। इसे ही जलसेना विद्रोह या मुम्बई विद्रोह(बॉम्बे म्युटिनी) के नाम से जाना जाता है। यह विद्रोह १८ फ़रवरी सन् १९...
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चित्र -साभार गूगल एक ग़ज़ल -मढ़ेंगे किस तरह इस मुल्क की तस्वीर सोने में मढ़ेंगे किस तरह भारत की हम तस्वीर सोने में लगे हैं मुल्क के गद्दार सब जादू औ टोने में यहाँ हड़ताल और धरना भी प्रायोजित विदेशों से पड़ोसी मुल्क से आती है बिरयानी भ...