ब्लॉगसेतु

दर्शनकौर धनोए
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"पागल बाबा मंदिर" इस मंदिर में सबकी इच्छा पूरी होती हैं। ये मान्यता हैं कि भगवान खुद अपने भक्त के लिए गवाही देने आए थे।कहते है एक गरीब ब्राह्मण ने एक महाजन से पैसे उधार लिए थे । वो हर महीने थोड़ा थोड़ा पैसा महाजन को चुकाता था जब लास्ट क़िस्त बची तो उसको महाजन क...
 पोस्ट लेवल : पागल बाबा मंदिर
अनंत विजय
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काशी विश्वनाथ धाम के नव्य और भव्य स्वरूप के लोकार्पण के बाद भारतीय समाज और संस्कृति में मंदिरों के स्थान को लेकर भी चर्चा होनी चाहिए। मंदिरों के सामाजिक और सांस्कृतिक केंद्र के ऐतिहासिक स्वरूप पर बात होनी चाहिए। मंदिरों से जुड़ी कलाओं पर भी चर्चा होनी चाहिए। हमारीभ...
Yash Rawat
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बड़ी दीबा मंदिर में सूर्यास्‍त का दृश्‍यदीबा माता मंदिर के बारे में जानिएदीबा डांडा (जंगल) पट्टी खाटली का सबसे मुख्‍य और बड़ा जंगल है यह पूर्व से पश्चिम तक 15 किमी तक फैला हुआ है। यहां पर बांज की कई प्रजातियों जैसे कि खार्सू, मोरु आदि के अतिरिक्‍त अयांर, बुरांस, काफल...
अनंत विजय
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हिंदी के एक कहानीकार हैं। नाम है उदय प्रकाश। उनकी लंबी कहानी ‘मोहनदास’ को साहित्य अकादमी ने उपन्यास मानते हुए पुरस्कृत किया था। उदय प्रकाश को साहित्य अकादमी पुरस्कार देनेवाली जूरी में अशोक वाजपेयी भी थे। ये वही अशोक वाजपेयी हैं जिनको कभी उदय प्रकाश ने ‘भारत भवन का...
Asha News
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झाबुआ। त्रेता युग के फल बैर का औषधीय एवं पौराणिक महत्व विद्यार्थियों को बताने के उद्देश्य से शारदा विद्या मंदिर ग्राम बिलिडोज में '“शबरी उत्सव'' का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रजातियां की प्रदर्शनी लगाई। जिस तरह शबरी के प्रेम और भक्त...
संतोष त्रिवेदी
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यह अच्छा ही हुआ कि हमारे यहाँ ‘लोकतंत्र के मंदिर’ के निर्माण की इजाज़त मिल गई।देश में लोकतंत्र का निबाह हो और उसका मंदिर न हो,यह निहायत बचकानी बात है।ऐसा नहीं है कि हमारे यहाँ पहले ‘लोकतंत्र का मंदिर’ था ही नहीं, पर लोकतंत्र की तरह वह भी बहुत पुराना हो गया है।कई बा...
sanjiv verma salil
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विमर्श :मंदिर और वैभव बचपन में सुना था ईश्वर दीनबंधु है, माँ पतित पावनी हैं। आजकल मंदिरों के राजप्रासादों की तरह वैभवशाली बनाने और सोने से मढ़ देने की होड़ है। माँ दुर्गा को स्वर्ण समाधि देने का समाचार विचलित कर गया।इतिहास साक्षी है देवस्थान अपनी अकूत संपत्ति...
Kajal Kumar
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kumarendra singh sengar
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श्रीराम मंदिर निर्माण सम्बन्धी शिला पूजन के आसपास का माहौल ऐसा बना कि देश के न सही मगर उत्तर प्रदेश के प्रमुख दलों ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं. उत्तर प्रदेश के अलावा उसके पड़ोसी राज्य के पार्टी कार्यालय में भी कुछ अलग सा माहौल दिखाई दिया. इसके क्या कारण हैं?...
kumarendra singh sengar
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एक बात गाँठ बाँध लो, जहाँ बाँध पाओ. चुटिया में, धोती में या कहीं और. यदि वे खुलकर कह रहे हैं कि मंदिर गिरा देंगे तो इसके निहितार्थ समझो. वे कह रह तो मतलब है कि करने की दम रख रहे, करने को अपने लोगों को एकजुट होने का आव्हान कर रहे और तुम सब क्या कर रहे?  तु...