यमराज भ्रमण कल रात सपने में मुझे मृत्युलोक से यमराज का ये खत भारतवासियों के लिये पढ़ने को मिला जिसे मैं आप सबके लिए उन्हीं की भाषा शैली में यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ...मेरे प्यारे मृत्युलोक के वासियों, नमस्कार...! मैं यमरा...
पोस्ट लेवल : "यमराज"

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‘चित्रगुप्त जी, आजकल आपके रहन-सहन कुछ ठीक दिखाई नहीं देते...जब देखो आँखें बन्द ।’ महाराज यमराज अपने सिंहासन पर पहलू बदलते हुए बोले । चेहरा तनिक क्रोध से लालिमा के छींटों से युक्त होने लगा था...

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आजकल की राजनीति कायमचूर्ण हो गई है जिससे वह हमारे सहयोग से वह कंकड़ पत्थर सब हजम कर लेती है जिस तरह कायम चूर्ण गर्म दूध या गुनगुने पानी के साथ लिया जाए तो बेहतर रहता है। कायमचूर्ण के प्रयोग से छोटी आंतें साफ हो जाती हैं जिससे डायबिटीज का खतरा पनप नहीं पाता है।...

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यमराज : आ गया मुन्ना, स्वागत है।मुन्नाभाई : आ गया तो ऐसे कह रहा है जैसे मैं अपनी इच्छा से आया हूं तेरे राजलोक में।यमराज : मुझसे तू तड़ाक मुन्ना।मुन्नाभाई : मारने से अधिक तू कुछ कर नहीं कर सकता इसलिए तेरे से किस बात का डर, डर से ह...

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हल्की सी आँख लगीधमक से यमराज की गदा चलीसपने में आँख मिचमिचाईमेरी आवाज भर्राईक्या हुआ देवधिदेव !काहे नींद तोड़ रहे होअपराध तो बताओबिना बताए क्यों आएसोने से पहले कुछ हुआ नहींथे अच्छे नींद में हम सोयेअब आधी रात क्यों आएदयानिधान! अब बता भी दोक्या सच में लेने आए होया बस...

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एक दिन एक आदमी जा पहुचा,और यमराज को ढुढा गली और कुचा !और काफी देर बाद उन्हे दिखा यमराज का घर,जहा थे कुछ भैसे तथा यमदुत सो रहे बेखबर&nbs...

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गतांक से आगे..जब से यमलोक से लौटा हूं, लोगों ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है। सुबह से शाम तक फोन की घंटी बजती रहती है। सबके एक ही सवाल होते हैं कि अरे ऊपर हमारे पिता जी का क्या हाल है ? दादा जी जब गए थे उन्हें उठने बैठने में काफी तकलीफ थी, अब वो कैसे हैं ? मां तो म...

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देश की घटिया राजनीति और बाबाओं की नंगई तो आप हमारी नजर से काफी समय से देखते और पढ़ते आ रहे हैं, चलिए आज आपको ऐसी जगह ले चलते है, जहां जाने के बाद कोई वापस नहीं आया। अगर कोई वापस आया भी तो उसे पहचानना मुश्किल हो गया। मसलन वो वहां गया तो मनुष्य शरीर में लेकिन वापस कि...