ब्लॉगसेतु

Ravindra Prabhat
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........गतांक से आगेआज मैं ऐसे कुछ प्रारंभिक और चर्चित ब्लोगरों से आपको मिलवाने जा रहा हूँ , जो याहू पर अथवा अन्य समूह पर तो पूर्व से जुड़े हुए थे किन्तु गूगल की ब्लोगर सेवा अथवा अन्य सेवा पर बाद में सक्रिय हुए , यानी कि किसी न किसी रूप में जिनके वर्ष अथवा अन्य जानक...
पत्रकार रमेश कुमार जैन उर्फ निर्भीक
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  हिंदी के प्रचार प्रसार में अग्रणी प्रकाशन शकुन्तला प्रेस ऑफ़ इंडिया प्रकाशन द्वारा प्रस्तुतयुवाओं के दिलों की धड़कनों को तेज करने के लिए  पेश है                 &nb...
Ravindra Prabhat
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गतांक से आगे बढ़ते हुए -साझा संवाद, साझी विरासत, साझी धरोहर, साझा मंच आप जो मान लीजिये हिंदी ब्लॉग जगत की एक कैफियत यह भी है । विगत तीन कड़ियों में आपने अवश्य ही महसूस किया होगा कि हम इस आलेख के माध्यम से यही बातें पूरी दृढ़ता के साथ आपसे साझा करते आ रहे हैं , कुछ य...
Ravindra Prabhat
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महिला ब्लोगरों की बात की जाए तो पूर्णिमा वर्मन, प्रत्यक्षा सिन्हा, सारिका सक्सेना ,नीलिमा, रचना बजाज, सुजाता, निधि श्रीवास्तव, दीना मेहता , रत्ना की रसॊई ,मानोषी चटर्जी , रचना जैसी कई बेहतरीन महिला ब्लॉगर शुरुआती दौर में सक्रिय थीं।इसके अलावा डा० कविता वाचक्नवी भी...
Ravindra Prabhat
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जैसा पिछले पोस्ट में मैंने बताया कि हिंदी ब्लोगिंग की शुरुआत ०२ मार्च २००३ को हुई थी और हिंदी का पहला अधिकृत ब्लॉग होने का सौभाग्य प्राप्त है नौ दो ग्यारह को । वर्ष-२००३-२००४ हिंदी ब्लोगिंग का पूर्वार्द्ध काल है । इन दोनों वर्षों में हिंदी ब्लोगिंग का बहुत ज्यादा व...
Ravindra Prabhat
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हिंदी ब्लोगिंग की शुरुआत ०२ मार्च २००३ को हुई थी जब आलोक कुमार ने नौ दो ग्यारह नामक ब्लॉग का प्रकाशन किया ।ब्लाग के लिये चिट्ठा शब्द भी उन्होंने ही सुझाया। हिंदी के इस पहले ब्लोगर का कहना है कि htttp://directory.google.com/world/hindi के बारे में मुझे पता चला और मै...
गायत्री शर्मा
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वर्धा स्थित महात्मा गाँधी अंतराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय परिसर में हिंदी ब्लॉगिंग की आचार-संहिता पर 9 व 10 अक्टूबर को आयोजित दो दिवसीय गोष्ठी में सम्मिलित होकर बहुत अच्छा लगा। पहले दिन अपरीचित व दूसरे दिन सुपरीचित ब्लॉगरों से मेल-मिलाप व बातचीत करने में दो दिन कै...
girish billore
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कौन है जो आईने को आंखें तरेर रहा है कौन है जो सब के सामने खुद को बिखेर रहा है जो भी है एक आधा अधूरा आदमी ही तो जिसने आज़ तक अपने सिवा किसी दो देखा नहीं देखता भी कैसे ज्ञान के चक्षु अभी भी नहीं खुले उसके बचपन में कुत्ते के बच्कोम को देखा था उनकी ऑंखें तो खुल जातीं थी...
 पोस्ट लेवल : हिंदी कविता
अविनाश वाचस्पति
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मुझे अंतरजाल पर हिंदी के इस्तेमाल से संबंधित विश्वसनीय एवं रोचक जानकारियों की तलाश है। मसलन इंटरनेट पर हिंदी का इस्तेमाल कब शुरू हुआ, शुरुआती ब्लाग, मौजूदा ब्लागों की संख्या, ई मैगजीनों का इतिहास और ऐसी ही अन्य तमाम जानकारियां। ब्लागर साथी मदद करें। आंकड़ों व तथ्यों...
 पोस्ट लेवल : अंतरजाल पर हिंदी
संगीता पुरी
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