राष्ट्र को सावधानी, लोगों को चेतावनी यह कुछ भी नहीं था कि मोदी सरकार ने योजना आयोग को खत्म कर दिया। उनके लिए जवाहरलाल नेहरू से जुड़ी हर चीज एक अभिशाप थी। नीति आयोग आरएसएस नियन्त्रित भाजपा की देन था जो योजना आयोग के विकल्प की अवधारणा के रूप में आया...
पोस्ट लेवल : "Editorial"

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ना किसी से ईर्ष्या ना किसी से कोई होड़ मेरी अपनी मंज़िलें मेरी अपनी दौड़ |जी हाँ मेरे जीने का अंदाज़ अक्सर कुछ लोगों को अलग सा लग तो सकता है लेकिन सच यह है की मैं जिस बात में ख़ुशी महसूस करता हूँ वही काम करता हूँ बस ख्याल इतना रखता हूँ यह ख़ुशी किसी और को तकलीफ पहुं...

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मलिक सर्वर जो एक ख्वाजा सारा था उसने १३९४ में जौनपुर सल्तनत की स्थापना की जो आगे जा के शर्क़ी राज्य में बदल गया | सुलतान मुहम्मद शाह शर्क़ी से होता हुआ जब यह सुलतान इब्राहिम शाह के हाथों में पंहुचा तो हरकी राज्य ने बहुत तरक़्क़ी की और जौनपुर इस शर्क़ी राज्य की राजधानी ब...

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(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); मुसलमान उसे कहते हैं जो अल्लाह की मर्ज़ी को क़ुबूल करे समझे उसकी हिफाज़त करे और उसको दूसरों तक पहुंचाय जिससे सामाजिक ढांचा अमन पसंद ,इन्साफ पसंद हो | हज़रत मुहम्मद सव ने फ़रमाया की अगर आप समज में कुछ ऐसा खुलेआम ह...

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बहु को उसके ससुराल वाले मायके क्यों नहीं जाने देते ?अक्सर सुनने में आता है की फुलांन साहब अपनी बहु को उसके मायके नहीं जाने देते या कम जाने देते है या फ़ोन से बात भी नहीं करने देते | यहां मैं बता दूँ की मैं उनकी बात नहीं कर रहा जो ज़ालिम क़िस्म के सास स...

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डार्विन ने स्पेंसर के नए वाक्यांश "स्वस्थतम की उत्तरजीविता" का इस्तेमाल सबसे पहले 1869 में प्रकाशित किए गए ऑन द ऑरिजिन ऑफ़ स्पीशीज़ के पांचवें संस्करण में किया था लेकिन पूरी दुनिया में अपने स्वास्थ के प्रति जागरूक रहने वाले कम ही मिला करते हैं और इसके ही...

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होशियार कहीं यह हमदर्द आपके लिए सिरदर्द न बन जाएँ | हमारे समाज में यह दस्तूर आम है की कहीं कोई बीमार हुआ और उसकी खबर आपके चाहने वालों आप हमदर्दों तक गयी तो हाल चाल पूछने के फ़ोन आना शुरू हो जाता है | देखने में यह अच्छा तरीक़ा है और भाई यही अच्छे समाज की पहचान भी...

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पर्यटक का पहला उद्देश्य होता है मानसिक शांति और तफरीह के लिए नए-नए इलाकों की खोज और इसी के साथ साथ नए इलाकों में घूमना-फिरना और अपनी एकरस और सुस्त हो रही जिंदगी में नया जोश पैदा करना। ऐसे लोग चाहे अपने ही देश या विदेशों से आते हों, वे आमतौर पर ऐतिहासिक इमारतों...

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(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); पूरी दुनिया के इंसानो पे बड़ा सख्त वक़्त आया है इस महामारी कोरोना की शक्ल में जिस से हर शख्स डरा हुआ है | लोग इसके बारे में अलग अलग सोंच रखते हैं यह उनका अपना जाती मामला और तजुर्बा है लेकिन अब यह हाल हो...

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इमाम हुसैन की शहादत को नमन करते हुए हमारी ओर से श्रद्धांजलि… धर्म कोई भी हो जब यह राजशाही,बादशाहों, का ग़ुलाम बन जाता है तो ज़ुल्म और नफरत फैलाता है और जब यह अपनी असल शक्ल मैं रहता है तो, पैग़ाम ए इंसानियत "अमन का पैग़ाम " बन जाता है | यही कर्...