कहानी कहने के इस शशिभूषण द्विवेदी तरीके को कहानी लिखने की कोशिश में जुटे लेखकों को समझना चाहिए. छोटी-सी सम्पूर्ण कहानी 'बॉर्डर'! शशिभूषण द्विवेदी की कहानी — बॉर्डर बहुवचन, अंक: 60 (जनवरी-मार्च 2019) से साभारबॉर्डर शब्द का जिक्र आते ही जाने क्यों हमा...
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Raj Jat Yatra Ki Bheden मार्मिक और सच्चे लेखन से तर किरण सिंह की कहानी 'राजजात यात्रा की भेड़ें' किरण सिंह के साहित्य लेखन में वह कुछ है जो इस पाठक को हर बार झकझोर देता है. इस पाठक को लगता है कि वह अगर फिल्म निर्माण करता तो अवश्य किरण सिंह के लिखे की फिल्म...

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Kahani in Hindi Short शाम के ५ बज रहे थे। उसी वक़्त मेरा मोबाइल बज उठा सामने विक्रम था। हमेशा की तरह वो प्यार से बोला, ” जानेमन क्या कर रही हो? ” मैंने कहा, ” कुछ नहीं, बस अब ऑफिस से निकल कर PG जाउंगी, तुम क्या आ रहे हो? ”लेकिन सामने से जो सुन...

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जिस समय की कोपल पीढ़ी मंटो को ढूंढ ढूंढ कर पढ़ रही हो उसे और परिपक्व दोनों ही को मंटो की कहानी 'एक प्रेम कहानी' आज वैलेंटाइन डे पर पढ़ाने की सोच है जो आपके लिए यह लायी है...भरत एस तिवारी

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अवध नारायण मुद्गल की बेमिसाल कहानी "और कुत्ता मान गया"मैं जब साहब के घर से फाइलें लेकर काफी रात गए अपने घर लौटने लगता हूँ, कुत्ता पंजे उठा-उठाकर हाथ मिलाता है, गुड नाइट कहता है, गले मिलता है। मैं प्रसन्नता से भर उठता हूँ। लगता है, जैसे साहब भी हाथ मिला रहे हों, गले...

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दादी को हज पर जाने में अभी दो महीने बाक़ी थे, पर उसकी तैयारियाँ उन्होंने अभी से शुरू कर दी थीं। एक पुरानी अटैची, जिसके कुंडों में ताला लटक जाता था, को धूप दिखाकर, अंदर अख़बार बिछाकर तैयार कर लिया था, उसमें वह रोज़ कुछ न कुछ सामान रखा करती थीं। उनके साथ अब्बू भी हज को...

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विनीता शुक्ला जी को पहली दफ़ा पढ़ा है. पढ़कर इस बात की ख़ुशी है कि देशज भाषा का सुन्दर प्रयोग करते हए लिखी गयी सबल कहानी पढ़ने का आनंद मिला.भरत एस तिवारीदूसरी भग्गो — विनीता शुक्लासुमेर मिसिर हिचकते हुए, उस दहलीज़ तक आ पहुंचे थे, जहाँ कभी आने की, सोच भी नहीं स...

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शर्मिला बोहरा जालान की कहानी ‘ई-मेल’ | Heart touching story in Hindi by Sharmila Bohra Jalan...शर्मिला बोहरा जालान किसी कहानी को कहने से पहले उस कहानी की सोच में गहरी पैठ तक जाने वाली युवा कहानीकार हैं. उनके लेखन से यह अहसास होता है कि जहाँ एक तरफ आज की पीढ़ी के वह...

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पगली कहीं की — संजय कुंदनगरिमा की नींद एक तेज आवाज से टूटी थी। लगा जैसे बगल के कमरे में किसी ने कुछ पटका हो। तो क्या विजय जाग गया है? उसने ही कोई सामान गिराया है या विजय के साथ कोई समस्या तो नहीं हुई? अब हुई भी तो क्या किया जा सकता है? गरिमा को इससे क्या मतलब।...

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उस दिन शायद पहली बार मैंने अपने पिताजी से पूछा था, "बाबा ये हिंदू क्या होता है ?" बाबा हँस दिए थे बस। दूसरे दिन यही बात मैंने जुबेर को बताई थी, तो उसने कहा था, "तू जानता है, मेरे अब्बा मुसलमान हैं और कहते हैं कि मैं भी मुसलमान हूँ।"अभी बड़े दिन पर डॉ सच्चिदानंद ...