ब्लॉगसेतु

Devendra Gehlod
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 पोस्ट लेवल : jung pash kavita
Devendra Gehlod
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 पोस्ट लेवल : jung sadanand-shahi kavita
Devendra Gehlod
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 पोस्ट लेवल : bal-kavita bal-sahitya safdar-hashmi
Devendra Gehlod
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 पोस्ट लेवल : kavita bhawani-prasad-mishra
Devendra Gehlod
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 पोस्ट लेवल : kavita ramdhari-singh-dinkar
rishabh shukla
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Ek Tarfa Pyar / एकतरफा प्रेम/ One Sided LoveEk Tarfa Pyar / एकतरफा प्रेम/ One Sided Loveमै उसके प्यार मे तड़प रहा यहाँ, वो खा रही थी पॉपकॉर्न खड़ी वहाँ lकई पॉप कॉर्न खाने के बहाने झाक रहे, और कई उसे ताड़ रहे थे llमै तो घूरे जा रहा था, कभी उस पॉपकॉर्न को कभी उसे lमन...
MediaLink Ravinder
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 17th August 2021 at 4:08 PM ज़ूम के ज़रिये शायरी से बुलंद किया तिरंगा लुधियाना: 17 अगस्त 2021: (कार्तिका सिंह//हिंदी स्क्रीन)::कुछ लोग बुरे हालात के बावजूद ही नहीं दबते। उनकी जीवेषणा इतनी मज़बूत होती है कि उनको कहीं से उखाड़ कर फेंक दो तो वे फिर से...
गायत्री शर्मा
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 - डॉ. गायत्री  थक गई हूं अब मैं चलते-चलते रूक गई हूं कुछ कहते-कहते मन में उठा है प्रश्नों का बवंडर झुक गई हूं मैं उठते-उठते   तेरी जीत, मेरी हार सब स्वीकार है मेरे तर्क, तेरे कुतर्क, तेरा सम्मान, मेरा अपमान शक, तिरस्कार और झूठा दिखावे का प्यार क्...
 पोस्ट लेवल : indian woman male ego kavita hindi poetry
Harash Mahajan
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यूँ तो दुनियाँ के सभी गम हँस के ढो लेता हूँ,पर जो याद आए तुम्हारी तो मैं रो लेता हूँ।यूँ तो अहसास हुआ करता है कि तुम दूर नहीं,सोच के होगा ये मुमकिन ? मैं यूँ सो लेता हूँ।ये भी वादा है कि संस्कार न भूलूंगा कभी,मैं तो अक्सर उन्हीं डाँटो में ही खो लेता हूँ।उम्र भर धूप...
 पोस्ट लेवल : Nazms/Kavita
Harash Mahajan
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 --नज़्म--सुना है---बड़े आलीशान मकान में रहते हो,कभी आओ हमारी भी सुनों,गर कण-कण में बहते हो ।देखो !!मौत के सौदे, सर-ए-आम होने लगे हैं,गरीब अकेले हीकाँधे पे--लाश ढोने लगे हैं ।मंदिर-ओ-मस्ज़िद से अब न घंटे कीन अजां की आवाज आती है ।दूर अपना---जो भीषण आपदा...
 पोस्ट लेवल : Nazms/Kavita