डा. राजिंद्र टोकि की पुस्तक पर प्रपत्र वचन होगा डा. अनु शर्मा कौल कालुधियाना: 23 जनवरी 2020: (हिंदी स्क्रीन ब्यूरो):: जब अधिकतर लोग जाने अनजाने अपनी ऊर्जा सियासतदानों के प्रभाव में आ कर सोशल मीडिया के अलग अलग मंचों पर व्यर्थ गंवा रहे हैं उस माहौल मे...
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Sunday:Dec 22, 2019, 6:40 PMदिव्य ज्योति जागृति सतसंग में हुई आध्यात्मिक रहस्यों की गहन चर्चा लुधियाना: 22 दिसंबर 2019:(आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो)::दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा कैलाश नगर में सत्संग का आयोजन किया गया। सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या...

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Nov 30, 2019, 11:58 AMदिव्य ज्योति जागृति संस्थान के सतसंग का सिलसिला निरंतर जारीलुधियाना: 30 नवंबर 2019: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो):: दिव्य ज्योति जाग्रति सस्ंथान द्वारा कैलाश नगर में सत्संग का आयोजन किया गया। सस्ंथान के संचालक एवं संस्थापक...

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Aloneना कोई दोस्त मेरा,ना है हमदर्द कोई,अपना कहने को तो कई,लेकिन अपनापन नहीं है|मैं अकेला हूँ...ना कोई है हँसी,ना कोई ठिठोली करने वाला,दर्द देने को कई तैयार बैठे हैंलेकिन कोई हमदर्द नहीं है|मैं अकेला हूँ....कोई कैसे इतना,उलझ जाता है जिंदगी में,की भूल जाता है,कि कोई...

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क्यों कफ़न उठाते हो रुख से बार बारक्या करोगी मेरा जला हुआ दिल लेकरमाना की बड़ा ही खुबसूरत हुस्न है तेरालेकिन दिल भी होता तो क्या बात होतीमौत ने भी न अपनाया मुझे यारों जिंदगी के ठुकराने के बादएक ही चाहत थी जिंदगी में मेरी वह भी मिट ग...

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नवगीत :संजीव *संसद की दीवार पर दलबन्दी की धूल राजनीति की पौध परअहंकार के शूल*राष्ट्रीय सरकार कीहै सचमुच दरकारस्वार्थ नदी में लोभ कीनाव बिना पतवारहिचकोले कहती विवशनाव दूर है कूललोकतंत्र की हिलातेहाय! पहरुए चूल*गोली खा, सिर कटाकरतोड़े थे कानूनक्या सोचा...

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कृति चर्चा: ''पाखी खोले पंख'' : गुंजित दोहा शंख [कृति विवरण: पाखी खोले शंख, दोहा संकलन, श्रीधर प्रसाद द्विवेदी, प्रथम संस्करण, २०१७, आकार २२ से.मी. x १४ से.मी., पृष्ठ १०४, मूल्य ३००/-, आवरण सजिल्द बहुरंगी जैकेट सहित, प्रगतिशील प्रकाशन दिल्ली, दोहाकार संपर...

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पिछले दिनों हमने सीपी एण्ड बरार के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. नारायण भास्कर खरे का विद्रोह शीर्षक से एक पोस्ट लिखा था तब डॉ.राजेन्द्र प्रसाद जी द्वारा लिखा गया यह अंश हमें मिल नहीं पाया था। उस पोस्ट को पूरी तरह से समझने के लिए डॉ.राजेन्द्र प्रसाद जी के आत्मक...

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ॐश्रीधर प्रसाद द्विवेदीआत्मज: -स्व.कौसल्या देवी-स्व. देवीशरण धर दूबे।जीवन संगिनी: चिंता देवी।जन्म: २० मई १९५३, ग्राम शरारी, जिला गोरखपुर।शिक्षाः एम. ए. (भूगोल), बी. एड.।लेखन विधा: कविता, कहानी, निबंध।प्रकाशित: कनेर के फूल (कविता संकलन), पाखी खोले पंख (दोहा सतसई), द...