ब्लॉगसेतु

Devendra Gehlod
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Devendra Gehlod
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किसी किसी को वो ऐसा जमाल देता हैजो आईने को भी हैरत में डाल देता हैवो दौर आया कि नन्हा सा एक जुगनू भीचमकते चाँद में गलती निकाल देता हैअगर किसी से मैं पूछूं कि ये ग़ज़ल क्या हैहरेक शख्स तो तेरी मिसाल देता हैमेरा ज़मीर ही रहबर मेरी खुदी का हैकभी गिरुं तो ये मुझको संभा...
 पोस्ट लेवल : ajay-pandey-sahaab