Ek Tarfa Pyar / एकतरफा प्रेम/ One Sided LoveEk Tarfa Pyar / एकतरफा प्रेम/ One Sided Loveमै उसके प्यार मे तड़प रहा यहाँ, वो खा रही थी पॉपकॉर्न खड़ी वहाँ lकई पॉप कॉर्न खाने के बहाने झाक रहे, और कई उसे ताड़ रहे थे llमै तो घूरे जा रहा था, कभी उस पॉपकॉर्न को कभी उसे lमन...
पोस्ट लेवल : "poetry"

0
डॉ. अंजना कुमार की पुस्तक "कुछ मेरे दिल ने कहा" का विमोचन लुधियाना: 31 अक्टूबर 2021: (ज्योति बजाज//हिंदी स्क्रीन)::ईश्वर के आशीर्वाद से साहित्यक दीप वेलफेयर सोसाइटी (रजि) द्वारा तिथि 31 अक्टूबर, 2021 दिन रविवार को शहर लुधियाना के पंजाबी भवन में अंतरराष्ट्रीय क...

0
17th August 2021 at 4:08 PM ज़ूम के ज़रिये शायरी से बुलंद किया तिरंगा लुधियाना: 17 अगस्त 2021: (कार्तिका सिंह//हिंदी स्क्रीन)::कुछ लोग बुरे हालात के बावजूद ही नहीं दबते। उनकी जीवेषणा इतनी मज़बूत होती है कि उनको कहीं से उखाड़ कर फेंक दो तो वे फिर से...

0
किसे नहीं पसंद हैरातों का मख़मली होना,सुबह के माथे पर उनींदी ओस की बूंदें,झुमके के साथ हिलते बालों का मचलना,वे इलाइची की गंध में पगी चाय की खुशबू खोजते हैं,जैसे तलाशते हैं अफ़ग़ान बच्चे शांति का एक कोना,जहां बंदूकों और बमों की आवाजें न हों,जब तालिबानी लड़ाकों की...

0
- डॉ. गायत्री थक गई हूं अब मैं चलते-चलते रूक गई हूं कुछ कहते-कहते मन में उठा है प्रश्नों का बवंडर झुक गई हूं मैं उठते-उठते तेरी जीत, मेरी हार सब स्वीकार है मेरे तर्क, तेरे कुतर्क, तेरा सम्मान, मेरा अपमान शक, तिरस्कार और झूठा दिखावे का प्यार क्...

0
Thursday: 1st July 2021 at 4:50 PM Via WhatsAppमहिला काव्य मंच ने किया एक और यादगारी आयोजन लुधियाना//ऑनलाइन मंच (कार्तिका सिंह//हिंदी स्क्रीन):: जुनून नज़र तो आ जाता है पर फिर भी इसे किस्मत वाले लोग ही देख पाते हैं। न तो यह सभी की किस्मत में...

0
इक सफर पर मैं रहा, बिन मेरेउस जगह दिल खुल गया, बिन मेरेवो चाँद जो मुझ से छिप गया पूरारुख़ पर रुख़ रख कर मेरे, बिन मेरेजो ग़मे यार में दे दी जान मैंनेहो गया पैदा वो ग़म मेरा, बिन मेरेमस्ती में आया हमेशा बग़ैर मय केखुशहाली में आया हमेशा, बिन मेरेमुझ को मत कर याद हरग़ि...

0
प्यार में नाकामी का तमगा हासिल है मुझे ठीक रेल में सवार पैसेंजर की तरह हर स्टेशन पर पुराना साथी उतरा नया साथी बनता गया । सफ़र तो अलग बात थी मंज़िल तक पहुंचना मुश्किल लगा मुझे। रात में सन्नाटे का शोर दिन के शोर से ज़्यादा कानो में गूंजता है। मै अनसुना भी करू...

0
नारीवाद को बुलंद आवाज़ में कहती है अनामिका नई दिल्ली//लुधियाना: 12 मार्च 2021: (हिंदी स्क्रीन डेस्क):: इस बार साहित्य के आम पाठक भी खुश हैं और कलमकार भी। आखिर साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा भी हो ही गयी है। हिंदी काव्य की बुलंद आवाज़&...