नॉर्वे-प्रवासी मूल मिथिला निवासी पेशे से डॉक्टर वेशे से व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झा आजकल फेसबुक पर किसिम किसिम का संगीत ज्ञान देने लेने में लगे थे. लेकिन यूपी की चुनाव लीला देखकर लगता है उनसे रहा नहीं गया. प्रकट हुए नारायण अवतार में- मॉडरेटर ===================...
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डॉक्टर साहब की नई चिट्ठी है. प्रवीण कुमार झा के व्यंग्य हम लोग पढ़ते रहे हैं. आज उनका यह लेख साहित्य में 'अपशब्दों' के प्रयोग ओ लेकर है- मॉडरेटर ========================================हाल ही में कुछ नयी-पुरानी हिंदी के डिबेट देख रहा था, एक शायद लोकसभा टी.वी. प...

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इधर विमुद्रीकरण को विकास की कुंजी बताया जा रहा है. कैशलेश होने की बात की जा रही है. व्यंग्यकार-डॉक्टर प्रवीण कुमार झा प्रस्तावित कर रहे हैं कि Declothisation(विवस्त्रीकरण) ही विकास की कुंजी है. पढ़ा जाए- मॉडरेटर ===========================विदेशों के स्नाना...

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पेशे से डॉक्टर प्रवीण कुमार झा रहते नॉर्वे में हैं लिखते हिन्दुस्तान की स्थितियों पर हैं. वाम गाँधी के नाम से 'चमनलाल की डायरी' नामक एक किताब लिख चुके हैं. मूलतः व्यंग्यकार हैं. कई बार उनको पढ़ते हुए हरिशंकर परसाई याद आ जाते हैं. मसलन रंगीला शहंशाह के किस्...

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नॉर्वे प्रवासी मिथिलावासी डॉक्टर व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झा के 'कक्का' इस बार क्रांति के मूड में लौट आए हैं. पढ़िए- मॉडरेटर ===================सुबह उठा तो बर्फ की चद्दर बिछी पड़ी थी। पूरी रात बस बर्फ गिरती रही शायद। पहाड़ों में जैसे जान आ गई। यह मनोरम दृश्य निह...

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नॉर्वे प्रवासी डॉक्टर-लेखक प्रवीण कुमार झा के व्यंग्य हम पढ़ते रहे हैं लेकिन यह व्यंग्य नहीं है. 25 अक्टूबर को निर्मल वर्मा की पुण्यतिथि है, उसी अवसर पर उन्होंने एक निर्मल-कथा लिखी है. पढ़ा जाए- मॉडरेटर ===========हिंदी कथाकारों में जो पहाड़ों में जीए, यूरो...

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गायक, गीतकार बॉब डिलन को साहित्य का नोबेल क्या मिला हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म है. प्रवीण कुमार झा का एक अवश्य पठनीय टाइप व्यंग्य पढ़िए- मॉडरेटर ===============================================कवि कक्का का अचानक फोन आया और डिसकनेक्ट हो गया। कवि कक्का, वही जिनक...

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नॉर्वे-प्रवासी डॉक्टर व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झा आज नए व्यंग्य के साथ- मॉडरेटर =======================================================मैं पाकिस्तान का नमक खाता हूँ। भड़किये नहीं! मैं ही नहीं, कई प्रवासी भारतीय पाकिस्तान का नमक-मसाला खाते हैं। दरअसल, यहाँ जितने...

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पिछले दिनों युवा लेखक प्रवीण कुमार झा की किताब आई 'चमनलाल की डायरी'. इस पर लेखक का नाम वामा गांधी है. वे इसी नाम से शायद ब्लॉग लिखा करते थे. बहरहाल, यह किताब अपने आप में सेल्फ पब्लिशिंग का अच्छा उदाहरण है. बिना किसी प्रचार-प्रसार के महज पाठकों और दोस्तों के फेसबुक...

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आजकल हिंदी वाले फेसबुक पर खूब डिबेट में लगे हुए हैं. अपने डॉक्टर व्यंग्यकार प्रवीण कुमार झा का यह व्यंग्य-लेख इसी पर है- मॉडरेटर ==========================प्रयाग में आज शास्त्रार्थ 'रिविजिटेड' का आयोजन है। रियैलिटी शो टाइप। मंच सजा है। 'राईट' की ओर 'मार्कण्डेय...