मन दुछत्ती पर अक्सर छिपाती हूँ अनगिनत ऊँघती उमंगों की चहचाहट एहसास में भीगे सीले से कुछ भाव उड़े-से रंगो में लिपटी अनछुई-सी बेबसियों का अनकहा-सा ज़िक्र व्यर्थ की उपमा पहने दीमक लगे भाव विभोर अकुलाए-से कुछ प्रश्नढाढ़स के किव...

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आपके लिए लाये है flirt shayari का एक शानदार और जबरदस्त कलेक्शन जो आपको बेहद पसंद आएगा।flirting पसंद करने वाली लड़कियों के लिए हमने बेहतरीन flirt shayari hindi में दिया है जिसमें सभी प्रकार के flirt shayari in hindi दिए गए हैं.फ़्लर्ट शायरी "दिल की धड़कन और मे...

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अफ्रीकी देश तंजानिया अनोखी आदिम जनजातियों की मातृभूमि रही है और उन्हीं में से एक है पाषाण कालीन शिकारी जनजाति- हडजा। हडजा समुदाय की जिसका सिर्फ इतिहास पाषाण युग से नहीं चला आ रहा बल्कि यहां की परंपराएं आज भी उतनी ही प्राचीन हैं। हडजा लोग अपन...

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भीनी- भीनी सी बदली का एक छोटा सा टुकड़ा दूर कहीं आसमान में लहराता दिख रहा था ,जैसे अपने झुण्ड से एक मेमना अलग हो भटक रहा हो । कभी वह सूरज की थोड़ी ऊष्ण होती सी किरणों के सामने आ कर आँखों को सुकून दे जाती ,तो कभी तप्त किरणों के आगे से जैसे जल्दी से हट जाती थी । ब...

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--कल्पनाएँ डर गयी हैं,भावनाएँ मर गयीं हैं,देख कर परिवेश ऐसा।हो गया क्यों देश ऐसा?? --पक्षियों का चह-चहाना ,लग रहा चीत्कार सा है।षट्पदों का गीत गाना ,आज हा-हा कार सा है।गीत उर में रो रहे हैं,शब्द सारे सो रहे हैं,देख कर परिवेश ऐसा।हो गया...

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नमस्कार इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं,की महाराजा कॉलेज छतरपुर में पढ़ने वाले समस्त छात्र चाहे वो फर्स्ट ईयर के हों नमस्कार दोस्तों ,इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि महाराजा कॉलेज छतरपुर में प्रवेशित 1 ईयर 2 ईयर व 3rd ईयर के छात्र छात्राओं को सेकंड फीस...

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शहद हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। हम लोग कई बार फेरीवालों से भी शहद खरीद लेते है। कई बार वो मिलावटी होता है। फिलहाल तो कई ब्रांडेड कंपनियों के शहद में भी मिलावट पाई गई है। ऐसे में जरूरी है कि हमें पता हो कि घर पर आसानी से असली शुद्ध शहद की पहचान कैसे करे...

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जब मनुष्य सीखना बन्द कर देता हैतभी वह बूढ़ा होने लगता हैबुढ़ापा मनुष्य के चेहरे पर उतनी झुरियाँ नहीं जितनी उसके मन पर डाल देता हैअनुभव से बुद्धिमत्ता और कष्ट से अनुभव प्राप्त होता हैबुद्धिमान दूसरों की लेकिन मूर्ख अपनी हानि से सीखता हैजिसे सहन करना कठिन था...

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सादर अभिवादन..आप अकेले बोल तो सकते है;परन्तुबातचीत नहीं कर सकते ।आप अकेले आनन्दित हो सकते हैपरन्तुउत्सव नहीं मना सकते।अकेले आप मुस्करा तो सकते हैपरन्तुहर्षोल्लास नहीं मना सकते.पर....हम सब एक दूसरेके बिना कुछ नहीं हैंयही रिश्तों की खूबसूरती है llअब दौर रचनाओं...