वासंती परिधान पहनकरक्षिति दुल्हन-सी शरमाई है शीश मुकुट मंजुल सुमनों का मृदुल हास ले मुसकाई है ।।पोर-पोर शृंगार सुशोभितसुरबाला कोई आई हैमुग्ध घटाए बहकी बहकीघट भर सुषमा छलकाई है।।शाख़-शाख़ बजती शहनाई सौरभ गंध उतर आई हैमंद मलय मगन लहराएप...

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--गुस्सा-प्यार और मनुहारआँखें कर देतीं इज़हार --नफरत-चाहत की भाषा काआँखों में संचित भण्डार--बिन काग़ज़ के, बिना क़लम केलिख देतीं सारे उद्गार--नहीं छिपाये छिपता सुख-दुखकरलो चाहे यत्न हजार--पावस लगती रात अमावसहो जातीं जब आँखें चार--नहीं जोत जिनकी आँखों मेंउनका ह...

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सादर अभिवादनआज का आगाजफिर से उलूकनामे के साथचलिए टॉस करते हैंऐसेमाहौल मेंकुछ कहनाजैसेना कहना हैसिक्काउछालने वालाबदलने वाला नहीं हैचित भी उसकीपट भी उसकीसिक्का भीउसी की तरह काअब रचनाओं पर एक नज़र...कान्हां तुम न आए ....आशा सक्सेनाकान्हां तुम न आए मिलनेजमुना किन...

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Netflix can now automatically download movies and TV shows for you. (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); Netflix's savvy download include is growing your points of view with "downloads for you". Presently you can consequently download films...

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--आँखों की कोटर में,जब खारे आँसू आते हैं।अन्तस में उपजी पीड़ा की,पूरी कथा सुनाते हैं।।--धीर-वीर-गम्भीर इन्हें,चतुराई से पी लेते हैं,राज़ दबाकर सीने में,अपने लब को सी लेते हैं,पीड़ा को उपहार समझ,चुपचाप पीर सह जाते हैं।अन्तस में उपजी पीड़ा की,पूरी कथा सुनाते हैं।।--च...

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Remember the glowing street lamps ?Down the old lane in the nights ..When we studied in our homesSurrounded by reassuring comforts..In breaks we looked out of our windowsTo feel the cool breeze in the trees,Admiring the flower like street lightsBeaming like...

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सादर अभिवादन2222021अगले वर्ष आज के दिनउपरोक्त संख्या बदली हुई दिक्खेगीबकवास क्यों कर रही हूँ मैंअबअपने खेत में भीअपना हीअनाज उगानाजैसेकोई गुनाह होते जा रहा हैजिसे देखोजोर लगा कर पूछते हुऎजरा भीनहीं शरमा रहा है हड़ताल वदंगे किए जा रहा हैऔर फ्री मेलंगर खा...

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--जो मेरे मन को भायेगा,उस पर मैं कलम चलाऊँगा।दुर्गम-पथरीले पथ पर मैं,आगे को बढ़ता जाऊँगा।।--मैं कभी वक्र होकर घूमूँ,हो जाऊँ सरल-सपाट कहीं।मैं स्वतन्त्र हूँ, मैं स्वछन्द हूँ,मैं कोई चारण भाट नहीं।फरमाइश पर नहीं लिखूँगा,गीत न जबरन गाऊँगा।दुर्गम-पथरीले पथ पर मैं,...