लेख प्रेम गीत में संगीत चेतनासंजीव*साहित्य और संगीत की स्वतंत्र सत्ता और अस्तित्व असंदिग्ध है किन्तु दोनों के समन्वय और सम्मिलन से अलौकिक सौंदर्य सृष्टि-वृष्टि होती है जो मानव मन को सच्चिदानंद की अनुभूति और सत-शिव-सुन्दर की प्रतीति कराती है. साहित्य जिसमें सबक...

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ARVIND SINGHAL - अशोक सिंघल के भतीजे ने राम मंदिर के लिए दिए ११ करोड़ रूपये

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सादर वन्देदेखते ही देखते फरवरी केअट्ठारह दिन निकल गए....और फरवरी होती भी छोटी है..आराम सेकहीं से भी निकल कर भाग जाती हैखैर शान्त सी रही फरवरी..आभार फरवरी कोतारीफ कर रही हूँ इसका मतलब ये नहींबचे हुए दिन में कहर ढ़ा दो...चलिए चलें रचनाओं की ओर..एक शानदार कहानीरिक्शे...

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अनमनेपन काप्रकृति से अथाह प्रेमझलकता है उसकी आँखों से प्रेम में उठतीं ज्वार-भाटे की लहरें किनारों को अपने होने का एहसास दिलाने का प्रयत्न बेजोड़पन से करती हैं एहसास के छिंटों से भिगोती हैं जीवनजीवनवाटिका...

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Whatsapp online helpline number for all Problem, free online helpline number 7060830844 for all members, मेरा आज का यह आर्टिकल उन सभी लोगो के लिए है. जिन्हे किसी भी तरह की कोई परेशानी है. और उनको उनकी परेशानी का हल नहीं मिल रहा है. अपनी आज की इस पोस्ट के माध्य...

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--बौराई गेहूँ की काया,फिर से अपने खेत में।सरसों ने पीताम्बर पाया,फिर से अपने खेत में।।--हरे-भरे हैं खेत-बाग-वन,पौधों पर छाया है यौवन,झड़बेरी ने 'रूप' दिखाया,फिर से अपने खेत में।।--नये पात पेड़ों पर आये,टेसू ने भी फूल खिलाये,भँवरा गुन-गुन करता आया,फिर से अपने ख...